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शनिवार

नामवर सिंह ने किया बिहार प्रलेस कार्यालय का उद्‍घाटन




25.09.2009 बिहार प्रगतिशील लेखक संध के लिए एक महत्वपूर्ण दिवस रहा जब वरिष्ठ आलोचक व प्रलेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष नामवर सिंह ने पटना स्थित केदार भवन, जनशक्ति परिसर, अमरनाथ रोड में प्रलेस कार्यालय का उद्‍घाटन किया । कार्यालय कक्ष का नाम ‘कविवर कन्हैया कक्ष’ रखा गया। इस अवसर पर प्रलेस से जुड़े पदाधिकारी , साहित्यकार-लेखकों में - खगेन्द्र ठाकुर, ब्रज कुमार पाण्डेय, राजेन्द्र राजन, अरुण कमल, कर्मेन्दु शिशिर, हृषिकेश सुलभ, संतोष दीक्षित, शहंशाह आलम, अरविन्द श्रीवास्तव सहित अनेक रचनाकर्मियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। नामवर सिंह ने कहा कि 
यह कार्यालय होने से बिहार की रचनात्मक सक्रियता बढेगी

बुधवार

डा.नामवर सिंह करेंगे बिहार प्रलेस राज्य कार्यालय का उद्‍घाटन









बिहार प्रगतिशील लेखक संध का राज्य कार्यालय ( अमरनाथ रोड, जनशक्ति भवन के पीछे, पटना ) का उद्‍घाटन प्रसिद्ध आलोचक एवं प्रगतिशील लेखक संध के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.नामवर सिंह 25 सितम्बर 09 को 12 बजे करेंगे। स्मरणीय है कि अबतक बिहार प्रलेस का राज्य कार्यालय पटना में बी. एम. दास रोड स्थित मैत्री शांति भवन में चल रहा था।

‘‘ हम हर एक सूबे में, हर एक जवान मे, ऐसी परिषदें स्थापित करना चाहते हैं, जिसमें हर एक भाषा में हम अपना संदेश पहुँचा सकें। यह समझना भूल होगी कि यह हमारी कोई नयी कल्पना है। नहीं, देश के साहित्य-सेवियों के हृदयों में सामुदायिक भावनाएँ विद्यमान हैं। भारत की हर एक भाषा में इस विचार के बीज प्रकृति और परिस्थिति ने पहले से बो रखे हैं, जगह-जगह उसके अंकुए भी निकलने लगे हैं। उसको सींचना एवं उसके लक्ष्य को पुष्ट करना हमारा उदेश्य है।’’

- प्रलेस के प्रथम सम्मेलन (1936) में सभापति आसन से दिये गये प्रेमचंद के भाषण का अंश ।

तस्वीर में डा.नामवर सिंह के साथ अरविन्द श्रीवास्तव, मधेपुरा

शनिवार

चर्चा में..

वक्त बूँदों के उत्सव का था
बूँदें इठला रही थी
गा रही थीं बूँदें झूम - झूम कर
थिरक रही थीं
पूरे सवाब में

दरख्तों के पोर - पोर को
छुआ बूँदों ने
माटी ने छक कर स्वाद चखा
बूँदों का

रात कहर बन आयी थी बूँदे

सबेरे चर्चा में बारिश थीं

बूँदें नहीं !


- अरविन्द श्रीवास्तव.
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