चर्चित युवा ग़ज़लकार आलोक श्रीवास्तव और मासिक पत्रिका ‘पाखी’ के संपादक प्रेम भारद्वाज को वर्ष 2010 का लाला जगतज्योति प्रसाद सम्मान दिया जाएगा। साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय युवाओं को दिया जाने का यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रतिवर्ष 4 अप्रैल को लाला जगत ज्योति प्रसाद की पुण्य तिथि पर दिया जाता है। इस सालउनकी बारवीं पुण्यतिथि पर समकालीन साहित्य मंच, मुंगेर की ओर से यह सम्मान, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और 'वागर्थ' पत्रिका के संपादक व आलोचक डॉ. विजय बहादुर सिंह देंगे। पेशे से टीवी पत्रकार आलोक श्रीवास्तव अपने पहले ही ग़ज़ल संग्रह 'आमीन' से इन दिनों ख़ूब चर्चा में हैं और हाल ही में उनकी ग़ज़लों को मशहूर गायक जगजीत सिंह व प्रख्यात शास्त्रीय गायिका शुभा मुदगल ने अपने एलबम्स में गाया है साथ ही प्रेम भारद्वाज द्वारा संपादित मासिक पत्रिका 'पाखी' ने बहुत ही कम समय में साहित्य जगत में अपनी एक विशिष्ठ जगह बनाली है। जिसे देखते हुए सम्मान समिति ने इस वर्ष के सम्मान हेतु इन दोनों युवाओं को चुना है। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. राम लखन सिंह यादव, डा. प्रेम कुमार ‘मणि’ डा. कुणाल कुमार एवं डा. भगवान सिंह मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आचार्य लक्ष्मीकांत मिश्र करेंगे। 4 अप्रैल 2010 को शाम 6.30 बजे मुंगेर के शिक्षक संघ में आयोजित होने वाले इस समारोह के संयोजक वरिष्ठ गजलकार अनिरूद्ध सिन्हा हैं।
चलते हुए शब्दों की पट्टी (marquee)
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लुधियाना के डी.के.शर्मा"वत्स" जी ने जानना चाहा है कि चलते हुए शब्दों की
पट्टी कैसे लगाई जा सकती है। तकनीकी भाषा में इसे मूवींग टेक्स्ट या marquee
कहा जाता ...
4 टिप्पणियां:
दोनों को बधाई !!
आलोक और प्रेम को बहुत बहुत बधाई - शरद कोकास , दुर्ग
सम्मानिय आलोक जी और प्रेम जे को हमारी और '' आखर कलश '' कि और से हार्दिक बधाई .
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vandana rag ko mari badhae
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